जयपुर। राजस्थान के 49 निकाय चुनाव 2019 में से कांग्रेस ने 37 में अपना बोर्ड बना लिया। भाजपा केवल 12 शहरों में सिमट गई। तीन नगर निगमों में से उदयपुर, बीकानेर में भाजपा और भरतपुर में कांग्रेस का मेयर बना। इससे पहले के चुनाव से तुलना की जाए तो भाजपा को 28 निकायों का घाटा हुआ है। वहीं कांग्रेस को 31 निकायों का फायदा हुआ है। 49 में से 10 निकायों में प्रमुख की सीट पर युवाओं ने कब्जा जमाया है। खास बात यह है कि इन 10 में से 7 महिलाएं हैं। तीन निकायों में 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति प्रमुख बने हैं। इनमें एक नगर निगम भी शामिल है।
49 निकायों में से 36 पर कांग्रेस का राज
अलवर, भिवाड़ी, थानागाजी, बांसवाड़ा, नसीराबाद, बाड़मेर, मांगरोल, भरतपुर, रूपवास, चित्तौड़गढ़, निंबाहेड़ा, रावतभाटा, चूरू, राजगढ़, महुवा, हनुमानगढ़, भीनमाल, झुंझुनू, पिलानी, बिसाऊ, फलोदी, सांगोद, कैथून, डीडवाना, मकराना, नाथद्वारा, आमेट, सीकर, नीमकाथाना, श्री गंगानगर, सूरतगढ़, सिरोही, माउंट आबू, शिवगंज, टोंक और कानोड़ पर कांग्रेस की जीत हुई।
12 निकायों में भाजपा
ब्यावर, पुष्कर, प्रतापपुर गढ़ी, बालोतरा, बीकानेर, छबड़ा, जालौर, पाली, सुमेरपुर, खाटू श्यामजी, पिंडवाड़ा और उदयपुर निकायों पर भाजपा का कब्जा रहा।