प्रदेश में अब हाउसिंग बोर्ड की खुली बिक्री योजना में एक ही व्यक्ति एक से अधिक मकान ले सकता है। हाउसिंग बोर्ड के एक नए फैसले के मुताबिक ऐसा किया जा सकता है। इससे पहले तक हाउसिंग बोर्ड की खुली बोली में एक से ज्यादा मकान लेने पर रोक थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब से हाउसिंग बोर्ड के मकान खरीदने की कोई अधिकतम सीमा नहीं होगी। Rajasthan Housing Board New Scheme 2017
हाउसिंग बोर्ड के इस फैसले के बाद इंवेस्टर्स को ज्यादा मौके मिलने के अवसर मिलेंगे। हाउसिंग बोर्ड के इसी फैसले के अंतर्गत योजना में खरीदे ग मकानों पर जीएसटी के रूप में अतिरिक्त शुल्क का भुगतान भी नहीं करना पड़ेगा। rajasthan housing board new scheme 2017
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28 हजार से ज्यादा मकानों को नहीं मिले खरीददार
ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि प्रदेशभर में हाउसिंग बोर्ड के 28 हजार से अधिक मकानों और फलैट को खरीददार नहीं मिल पा रहे हैं। अकेले जयपुर शहर में 9 हजार से ज्यादा हाउसिंग बोर्ड के मकान खाली पड़े हैं जो अपने मालिकों की राह तक रहे हैं। जयपुर के प्रतापनगर व सांगानेर जैसे आवासीय इलाकों में योजनाओं के तहत बने अधिककांश मकान तो रेडी तो मूव हैं लेकिन फिर भी खरीददारों के मन में नहीं उतर रहे। rajasthan housing board new scheme 2017
इन हाउसिंग योजनाओं में बोर्ड के करीब सात हजार करोड़ रूपए फंसे पड़े हैं। बोर्ड की तमाम कोशिशों के बावजूद इन मकानों को खरीददार न मिलने से यह फैसला लिया गया है। rajasthan housing board new scheme 2017
जीएसटी, नोटबंदी व रैरा है बिक्री न होने की वजह rajasthan housing board new scheme 2017
माना जा रहा है कि 37 साल के हो चुके राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के तैयार मकानों के बिक्री में इस तरह का ठहराव आज से पहले देखने को नहीं मिला है। बोर्ड द्वारा तैयार योजनाओं का शहर से दूर होना और मूलभूत सुविधाओं में कमी के चलते खरीददारों ने हाउसिंग बोर्ड की योजनाओं से मुंह मोड़ लिया है। बाजार में अस्थिरता व मंदी के बाद जीएसटी, नोटबंदी और रैरा सहित कई ऐसे पहलू हैं जिनकी वजह से सरकारी योजनाओं में यह ठहराव देखा जा रहा है। इन योजनाओं को पीएम आवासीय योजना या मुख्यमंत्री आवासीय योजना से न जोड़ा जाना भी एक प्रमुख वजह है। यही वजह है कि राजस्थान हाउसिंग बोर्ड ने फिलहाल नए मकानों के निर्माण व योजनाओं पर रोक लगा रखी है।
जयपुर व कोटपूतली में खुली बिक्री योजनाओं में मिलेंगे मकान
इन्हीं सब वजहों को देखते हुए जयपुर में प्रतापनगर, इंदिरा गांधी नगर आवासीय योजना और कोटपुतली की रामकृष्णमपुरम योजना में स्वतंत्र आवास के लिए मंडल की खुली बिक्री योजना सहित प्रदेशभर में खुली बिक्री योजना में पात्रताओं में शिथिलता दी गई है। पूर्व में मंडल की ओर से आवास ले चुके लोग भी योजना के तहत नए मकान लेने के लिए स्वतंत्री होंगे।
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