जयपुर। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत दर्जनभर राज्यों के किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। राजस्थान के किसान भी अब सड़कों पर उतरेंगे। केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ एक ओर जहां दिल्ली में सरकार और किसान संगठनों के बीच सुलह की कोशिशें हो रही हैं। वहीं दूसरी और मरुधरा के किसान सरकार की मुसीबतें बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। राजस्थान की अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने 3 दिसंबर को दो घंटे चक्का जाम का ऐलान किया है। प्रदेशभर में तहसील और जिला स्तर पर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चक्का जाम कर केन्द्रीय कृषि कानूनों का विरोध किया जाएगा। वहीं दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन में डटे किसानों का साथ देने के लिये प्रदेश के किसान भी दिल्ली जायेंगे।
किसानों का साथ देने जाएंगे दिल्ली
किसान संजय माधव ने कहा कि पंचायत चुनावों के चलते अभी सांकेतिक रूप से यह विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. चुनावों के बाद जयपुर-दिल्ली हाईवे को स्थायी रूप से जाम करने का ऐलान संघर्ष समिति द्वारा किया गया है। समन्वय समिति के पदाधिकारियों ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर कहा कि प्रदेश में एक से 10 दिसंबर तक जनजागरण अभियान भी चलाया जा रहा है। इसमें पुतला दहन, पर्चा वितरण, सभाओं-गोष्ठियों का आयोजन और धरना-प्रदर्शन जैसे आयोजन किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे किसान पंचायत चुनाव से फ्री होते जा रहे हैं वो पंजाब-हरियाणा के किसानों का साथ देने के लिए दिल्ली का रुख कर रहे हैं।