जयपुर। जोधपुर के बनाड़ थाना पुलिस ने कृषि विभाग में एएओ की हत्या व शरीर को काटकर सीवरेज लाइन में फेंकने का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मृतक की पत्नी, दो सालियां व एक युवक को गिरफ्तार किया। डीसीपी धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि मृतक की पत्नी और उसकी साली के एक दोस्त ने यह हत्या की थी। उसके बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर नाले में फेंक दिया था। पुलिस वालों ने बताया कि मृतक और उसकी पत्नी के संबंध ठीक नहीं थे। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पत्नी समलैंगिक थी और उसका किसी दूसरी महिला के साथ संबंध था। जिसके चलते युवक और उसकी पत्नी में अनबन थी। इस झगड़े के चलते पत्नी और दोनों सालियों ने मित्र के सहयोग से सोची समझी साजिश के तहत एएओ की हत्या कराई थी और सबूत मिटाने के लिए मशीन से काटकर शव काट सीवरेज लाइन में फेंक दिए थे।
अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया केस
डीसीपी ने बताया कि बुधवार को सुबह नांदड़ी गोशाला के पीछे एसटीएफ प्लांट (सीवरेट प्लॉट) के पास एक अज्ञात व्यक्ति के कटे हुए हाथ, पैर व शाम को कटा हुआ सिर मिलने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस उपायुक्त जोधपुर पूर्व, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोधपुर पूर्व, सहायक पुलिस आयुक्त वृत मंडोर ने मौके पर एफएसएल टीम, एमओबी टीम और डॉग स्क्वॉयड को बुलाया कर घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया। एएसआई गोरधनराम की रिपोर्ट पर अज्ञात मुलजिमों के विरुद्ध अज्ञात व्यक्ति की हत्या कर सबूत मिटाने का मामला दर्ज किया गया।
इलेक्ट्रिक कटर से काटी लाश
पुलिस ने बताया कि मारे गए शख्स चरण सिंह की शादी सीमा से 2013 में हुई थी। इन दोनों के बीच आपसी विवाद की बात सामने आई है। पुलिस ने कहा कि इसी विवाद की वजह से सीमा ने अपनी बहनों प्रियंका व बबीता और भीयाराम के साथ मिलकर इस हत्याकांड को नांदरी में किराए के मकान में अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि नांदरी स्थित आवास पर बुलाकर चरण सिंह की हत्या की गई है। हत्यारों ने लाश को बाथरूम में ले जाकर इलेक्ट्रिक कटर से टुकड़े-टुकड़े करने का काम किया। फिर लाश के हाथ, पैर और सिर को नाले में फेंक दिया। यहीं से बहकर लाश के ये हिस्से नांदरी स्थित नगर निगम के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंच गए।