
जयपुर। शराब बंदी को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात के सीएम विजय रूपाणी के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। रूपाणी ने सीएम गहलोत को शराबबंदी करने के लिए ललकारा, तो वहीं गहलोत ने भी गुजरात में शराब की हो रही अवैध बिक्री को लेकर हमला बोला हैं। इस प्रकार गुजरात और राजस्थान के मुख्यमंतत्रियों के बीच जुबानी जंग जारी है। अब इस जंग में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया भी कूद गए हैं। सतीश पूनिया ने सीएम गहलोत पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दस महिनों में सरकार के खिलाप एंटी इंकबेंसी इतनी बढ़ गई है। जिससे जनता का ध्यान बंटाने के लिए सीएम एसी बयानबाजी कर रहे हैं।
प्रदेश में 8 बजे बाद धड़ल्ले से अवैध तरीके से शराब की बिक्री
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दूसरे के घर पर फैंकने से पहले मुख्यमंत्री को अपने घर में देखें। प्रदेश में 8 बजे बाद धड़ल्ले से अवैध तरीके से शराब की बिक्री होती है। इतना ही नहीं पूनियां ने कहा कि बेटे के आरसीए अध्यक्ष पर काबिज होने के बाद सीएम इतने लांछित हो गए हैं कि फ्रस्ट्रेशन में दूसरों की कमियों को ढूंढने में समय जाया करते हैं। अच्छा होगा सीएम गहलोत अपने समय का प्रदेश कानून व्यवस्था को ठीक करने में प्रयोग करें।
2023 में राजस्थान को बनाएंगे कांग्रेसमुक्त
प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मंगलवार को विजयदशमी के मौके पर औपचारिक तौर पर पदभार संभाला। इस मौके पर उन्होंने 2023 में राजस्थान को कांग्रेसमुक्त बनाने और राजस्थान को भाजपा का अभेद्य किला बनाने का संकल्प भी लिया। पितृ पक्ष के कारण पूनिया ने नियुक्ति के करीब बीस दिन बाद औपचारिक तौर पर पदभार ग्रहण किया है। पूनिया की नियुक्ति के जरिए पार्टी में साधारण कार्यकर्ता को महत्व दिए जाने और आने वाले उपचुनाव तथा निकाय चुनाव में संगठन की ताकत का प्रदर्शन करने के लिए पूनिया के पदभार ग्रहण समारोह को एक भव्य कार्यकम का रूप दिया गया।
सीएम गहलोत ने किया विजय रुपाणी पर पलटवार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात सीएम पर पलटवार करते हुए कहा कि रुपाणी सिद्ध कर दें कि गुजरात में शराब आसानी से नहीं मिलती है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा और अगर वहां शराब आसानी से मिल जाने की बात साबित हो जाए तो रुपाणी भी सियासत छोड़ दें। गहलोत ने कहा कि गुजरात में आजादी के बाद से शराब बंदी है मगर किसी से पूछ लीजिए वहां आसानी से शराब मिल जाती है, यह बात गुजरात के लोग जानते हैं, चाहे वह शराब पीते हों या फिर नहीं पीते हों।